
क्राइम ब्रांच और बिठूर पुलिस की ज्वाइंट रेड में चैनल ओनर समेत दो गिरफ्तार, मुंगेर की पिस्टल और लाखों की ड्रग्स बरामद
📍 कानपुर, 3 जून | संवाददाता – शिवांक अग्निहोत्री
क्राइम ब्रांच और बिठूर पुलिस की ज्वाइंट टीम ने एक यूट्यूब न्यूज चैनल की आड़ में असलहों और नशे की तस्करी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने क्राइम-9 नाम के यूट्यूब चैनल के मालिक बलराम राजपूत और उसके साथी रजत वर्मा को गिरफ्तार किया है। चकेरी इलाके से पकड़े गए इन आरोपियों के पास से दो पिस्टल, 27.50 ग्राम स्मैक और 920 ग्राम चरस बरामद की गई है। बरामद माल की कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है।

रिपोर्टिंग की आड़ में नेटवर्क फैला रखा था
आरोपी बलराम खुद को चैनल का संपादक बताता था। उसने “रिपोर्टिंग” के नाम पर 3-4 लड़कों को चैनल में भर्ती किया था और उन्हें आईडी कार्ड भी जारी किए थे। ये लड़के चकेरी, बजरिया और जाजमऊ जैसे इलाकों में ड्रग्स और हथियारों की सप्लाई करते थे।
मुंगेर से लाता था पिस्टल, बाराबंकी से स्मैक
पूछताछ में सामने आया कि बलराम बिहार के मुंगेर से अब तक 10 बार पिस्टल मंगवा चुका है, जिन्हें वह 35 हजार रुपये में खरीदकर 50-70 हजार में बेचता था। वहीं, स्मैक वह बाराबंकी से मंगवाता था।
📌 डीसीपी क्राइम एसएम कासिम आब्दी के अनुसार, बलराम की गिरफ्तारी से बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

नौ मुकदमे पहले से दर्ज, अब फिर जेल की सलाखों के पीछे
बलराम के खिलाफ चकेरी, छावनी और बिठूर थानों में नौ मुकदमे दर्ज हैं। रजत वर्मा पहले लोडर चलाता था और तीन महीने पहले ही इस अवैध कारोबार में शामिल हुआ था। दोनों आरोपी चिरान गांव में जंगल वाटर पार्क के पास एक मकान में तस्करी कर रहे थे, जहां से उन्हें गिरफ्तार किया गया।
ड्रग्स से मोटी कमाई
पुलिस के मुताबिक आरोपी 50 ग्राम स्मैक डेढ़ लाख में मंगवाते थे, जिसे 175 पुड़ियों में बांटकर 300 रुपये प्रति पुड़िया बेचते थे। एक दिन में 15 हजार रुपये की अवैध कमाई करते थे।
बरामदगी का ब्यौरा
- 27.50 ग्राम स्मैक – कीमत ₹2.50 लाख
- 920 ग्राम चरस – कीमत ₹60 हजार
- दो पिस्टल (32 बोर, मुंगेरियन) – कीमत ₹1.5 लाख
- फर्जी प्रेस कार्ड, चैनल की आईडी और मोबाइल
डीसीपी क्राइम बोले – “गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश जारी”
> “चैनल की आड़ में असलहे और ड्रग्स सप्लाई करने वालों को गिरफ्तार किया गया है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।”– कासिम आब्दी, डीसीपी क्राइम
