
सिंचाई के अभाव में सूख गए ग्राम वन में रोपित किए अधिकतर पौधे
पिछले साल वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत लगाए गए पौधों का सच उजगार
सचिव और प्रधान की अनदेखी से नष्ट हो रहे हरे पेड़ पौधे
शंकर सिंह, स्वराज इंडिया
कानपुर देहात।
विकास खंड मलासा के निगोही गांव के दुर्वासा आश्रम के समीप बनवाया गया ग्राम वन जिम्मेदारों की अनदेखी और उदासीनता के चलते सूख गया। पर्यावरण असंतुलन को दूर करने एवं जल संचयन को बढ़ाने के साथ पर्यावरण संवर्धन के लिए शासन के निर्देश पर चलाए गए पौधारोपण अभियान के तहत रोपित किए गए पौधे जिले में जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते नष्ट हो रहे हैं।
यूपी सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन हर बार नए पौधों को लगाने का लक्ष्य देता है लेकिन पूर्व में लगे पौधे दम तोड़ रहे हैं। इसपर किसी का ध्यान नहीं है।सिंचाई के अभाव में रोपित किए गए पौधे व बनाए गए ग्राम वन बेमकसद साबित हो रहे हैं। पौधे लगातार नष्ट हो रहे हैं इससे पौधा रोपण अभियान को पलीता लग रहा है प्रशासन की महत्वाकांक्षी योजना धरातल पर दम तोड़ रही है। केंद्र व प्रदेश के सरकार पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने के साथ हरित क्रांति लाने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष करोड़ पौधों का रोपण करती है अरबो रुपए पौधारोपण पर खर्च कर प्रतिवर्ष अभियान चलाकर पौधारोपण किया जाता है। इसी के साथ इस वर्ष पौधों की संख्या बढ़ाने के लिए ग्राम वन एवं वाटिकाओं में भी पौधारोपण किया गया। पौधारोपण के नाम पर मनरेगा योजना से व्यक्तिगत सामूहिक पौधारोपण के नाम पर बड़े पैमाने पर धनराशि खर्च की गई लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते शासन की योजनाएं जिले में फेल नजर आ रही है। शासन की ओर जारी दिशा निर्देश के पालन करने में अफसर कागजी खानापूर्ति कर रहे है। इससे अफसरो के कागजी कार्य पूर्ति में ही लगे रहने से धरातल पर योजनाएं दम तोड़ती नजर आ रही है इससे स्थलीय पर्यवेक्षण के अभाव में शासन की योजना परवान नहीं चढ पा रही है।

अफसर कागजों में व्यस्त हैं और योजनाएं धरातल पर ध्वस्त हो रही हैं। ग्राम पंचायत निगोही में गाटा संख्या 193 में 3 लाख 99 हजार रुपए खर्च कर ग्राम वन में रोपित किए गए पौधे गायब हो चुके हैं। देख रेख एवं सिंचाई के अभाव में ग्राम वन वाटिका ध्वस्त हो गई है। इससे शासन की महत्वाकांक्षी पौधा रोपण एवं पर्यावरण संरक्षण की योजना जनपद में दम तोड़ते नजर आ रही है। और पौधों का संरक्षण कागजों पर किया जा रहा है करोड़ों रुपए ग्राम वन के निर्माण में खर्च किए जा रहे हैं लेकिन अफसर की लापरवाही से ग्राम वन और अमृत वाटिकाओ की योजना परवाह नहीं चल पा रही है और पौधे सूखकर नष्ट हो रहे हैं जिम्मेदार अधिकारी कागजों पर इन्हें संचालित दिखाकर अफसरो की आंखों में धूल झोंक रहे हैं। इससे महत्वाकांक्षी योजनाएं जिले में पूरी तरह से सफल हो रही है।
वहीं, खंड विकास अधिकारी संजू सिंह ने बताया है मामला गंभीर है। ग्राम वन को दिखवाया जायेगा।
