
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला प्रमुख एलन मस्क एक दूसरे की कुंडली खोल रहे हैं
आरोप प्रत्यारोप से अमेरिका की राजनीति गरमाई
स्वराज इंडिया न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला प्रमुख एलन मस्क के बीच विवाद बढ़ने के बाद अब जुबानी जंग भी तेज हो गई गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के समय जहां दोनों एक-दूसरे की खूब तारीफ कर रहे थे तो अब दोनों खुलकर आमने-सामने आ गए हैं. ट्रंप ने शुक्रवार (6 जून 2025) को कहा कि एलन मस्क उनसे बात करना चाहते हैं, लेकिन वह बातचीत के लिए तैयार नहीं है.
एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने एलन मस्क को लेकर कहा कि उनका दिमाग खराब हो गया है. इससे पहले खबर आई थी कि व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने विवाद को खत्म करने को लेकर ट्रंप और एलन मस्क के बीच 6 जून को मीटिंग रखी है. इसी मीटिंग के शेड्यूल को लेकर जब ट्रंप से सवाल पूछा गया तो उन्होंने एलन मस्क से मिलने से मना कर दिया.
ट्रंप ने गुरुवार (6 जून 2025) को दावा किया कि उन्होंने एलन मस्क की काफी मदद की, लेकिन अब वो मस्क से बहुत निराश हैं. उन्होंने दावा किया कि मस्क ईवी टैक्स इंसेटिव हटाए जाने से नाराज हैं. इस पर मस्क ने दावा किया कि इस बिल के बारे में मुझे एक बार भी नहीं बताया गया और आधी रात को पास हुआ. मस्क ने यहां तक कह डाला कि मेरी ही वजह से ट्रंप चुनाव जीते. अगर मैं नहीं होता तो ट्रंप की हार निश्चित थी.
ट्रंप और एलनमस्क के झगड़े को समझिए?
दोनों ने मिल के ताकत लगाई और सरकार बनाई। एक ने सम्हाला वाइट हाउस और दूसरे के लिए अलग से नया डिपार्टमेंट बनाया गया जिसका नाम था डीओजीएफ (डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नेंस एंड एफिशिएंसी).. इस डिपार्टमेंट का काम था फालतू की सब्सिडी को घटाना अमेरिका के घाटे को कम करना। एलन मस्क ठहरा बिजनेस मैंन, फेक्ट और नंबर अच्छे से समझता है उसने करीब 300 बिलियन डॉलर के फालतू खर्चे और सब्सिडी कम कर दी। कुछ नए डिपार्टमेंट बनाए, कुछ नई पॉलिसी बनाई। इन्वेस्टर्स को ये देख कर बड़ी खुशी हुई। एक पॉजिटिविटी आ गई थी।
सब अच्छा चल रहा था..
लेकिन फिर दरार कहां से आई???
झगड़े की जड़ है नया बिग ब्यूटीफुल टैक्स बिल। और इसके तहत सबसे बड़ा बदलाव आएगा टैक्स की कमी में।
इसके अनुसार टिप के तौर पर कमाया पैसा या किसी कर्मचारी द्वारा ओवर टाइम किया गया पैसा टैक्स फ्री हो जाएगा। (ये तो बेहतरीन बात हुई)
अमेरिका में दो तरह के टैक्स होते हैं। 1. फैडरल (केंद्रीय) टैक्स.. इसकी सबसे ज्यादा अमीरों वाली दर 37% तक जाती है। 2. साल्ट, (स्टेट एंड लोकल टैक्स)… इसमें सेल्स, प्रॉपर्टी, स्टाम्प ड्यूटी वगैरह सब आता है।
अमेरिकी नागरिक राज्य को जो भी टैक्स भरा है उसमें से 10,000 डॉलर तक की छूट आप केंद्र वाले टैक्स में ले सकते हो। लेकिन ट्रंप के नए बिल के बाद 10 हजार की बजाय अब आप 40 हजार तक की छूट ले सकते हैं। इसके अलावा ट्रंप ने जो पिछले कार्यकाल में केंद्रीय कर कम किए थे उनकी अवधि खत्म होने वाली थी, उसे ट्रंप ने बढ़ा दिया। अमेरिका की जैसी हालत है उसके हिसाब से सरकार को टैक्स बढ़ाने चाहिए थे। लेकिन ट्रंप के नए बिल के बाद कम से कम 2.5 ट्रिलियन डॉलर का घाटा और बढ़ जाएगा।
एलन मस्क ने इसी बात को लेके बोला है कि ये बिल इकोनॉमी के लिए किल स्विच है। कि इसे लागू करते ही इकोनॉमी की लंका लग जाएगी।
इसके अलावा एलन मस्क के गुस्से की एक और वजह है।
अमेरिका में फिलहाल नए ईवी खरीदने पे 7,500 और पुराने ईवी खरीदने पर 4,000 डॉलर की छूट टैक्स में मिलती है। ये पैसा आप टैक्स भरते समय छूट ले सकते हैं। ट्रंप के नए बिल के बाद ये छूट ना सिर्फ खत्म हों जाएगीं बल्कि ईवी मेंटेन करने के लिए 250 डॉलर सालाना का मेंटीनेंस सरकार को देना होगा क्योंकि आप फ्यूल नहीं खरीद रहे जिससे सरकार को घाटा हो रहा है।
अमेरिका की सबसे बड़ी ईवी कंपनी ऐलन मस्क की “टेस्ला” है जिसे करीब 2 बिलियन डॉलर का नुकसान होने की संभावना हैं।
टेस्ला के शेयर इस बकैती के दौरान 15% गिर चुके हैं…
एलन मस्क ने मोर्चा खोल दिया और बोला कि मेरे बिना ट्रंप कभी चुनाव नहीं जीतते।जब कि ट्रंप का कहना है वो मस्क के बिना भी चुनाव जीत जाते।
एसपियन फाइल्स (जिसमें कि कम उम्र की लड़कियों और लड़कों का यौन शोषण का मामला है) में ट्रंप का नाम है इस लिए उन्हें सार्वजनिक नहीं किया गया। ट्रंप पर देशद्रोह का मुकदमा चला कर बाहर कर देना चाहिए। और वेंस को राष्ट्रपति बना देना चाहिए, ट्रंप ने भी पलट के बोला है कि एलन मस्क पगला गया है।
