
बरेली। बरेली-बदायूं रेल खंड पर सोमवार सुबह बड़ा रेल हादसा टल गया। बमियाना स्टेशन के निकट पुल संख्या 357 के पास रेल पटरी में दरार आने से बरेली सिटी-कासगंज पैसेंजर ट्रेन (55328) डिरेल होने से बाल-बाल बच गई। ट्रेन को समय रहते रोक लिया गया, जिससे सैकड़ों यात्रियों की जान सुरक्षित रही। घटना के चलते ट्रेन करीब 80 मिनट तक वहीं खड़ी रही, जबकि दूसरी दिशा से आ रही 55311 कासगंज-लालकुआं पैसेंजर ट्रेन को भी 65 मिनट रोका गया।
पटाखों की आवाज सुनते ही लोको पायलट ने रोकी ट्रेन
सुबह 7:34 बजे बरेली सिटी से रवाना हुई ट्रेन जब रामगंगा ब्रिज स्टेशन पार कर बमियाना की ओर बढ़ी, तभी पुल संख्या 357 के पास चटकी पटरी पर तैनात कीमैन विनोद कुमार ने दरार देख ली। उन्होंने तत्काल कंट्रोल रूम और स्टेशन को सूचना दी और लोको पायलट को सतर्क करने के लिए पटरी पर पटाखे लगाए। खुद भी लाल झंडी लेकर ट्रैक पर खड़े हो गए। पटाखों की आवाज सुनते ही लोको पायलट ने ट्रेन की गति धीमी कर उसे रोक दिया।
एक घंटे के मशक्कत के बाद ठीक हुई पटरी
सूचना मिलते ही इज्जतनगर से तकनीकी टीम मौके पर पहुंची और एक घंटे की मशक्कत के बाद पटरी को दुरुस्त किया गया। फिलहाल एहतियात के तौर पर पुल संख्या 357 पर अधिकतम गति सीमा 25 किमी प्रतिघंटा तय की गई है। इस रूट पर चलने वाली रामनगर-बांद्रा टर्मिनल एक्सप्रेस, टनकपुर-दौराई एक्सप्रेस और रामनगर-आगरा फोर्ट सुपरफास्ट जैसी ट्रेनों की गति भी इस खंड पर घटा दी गई है।
जांच के लिए गठित की गई टीम
प्रारंभिक जांच में पटरी चटकने का कारण तापमान में अचानक बदलाव माना गया है, हालांकि रेलवे प्रशासन ने पूरे मामले की जांच के लिए रेल पथ और परिचालन विभाग की संयुक्त समिति गठित कर दी है। चटकी पटरी में एक इंच से अधिक का गैप पाया गया था। बीते कुछ महीनों में रेलवे ट्रैक से जुड़े आपराधिक मामलों की पृष्ठभूमि को देखते हुए सभी संभावित कोणों से जांच की जा रही है।