
Pahalgam Attack: जम्मू कश्मीर के पहलागम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर कई सख्त कदम उठाए है। वहीं अब पहलगाम पर पाकिस्तान का झूठ भी सामने आने लगा है। खुफिया एजेंसियों ने पहलगाम हमले को लेकर एक बड़ी जानकारी दी है। पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों में से एक की पहचान हाशिम मूसा के रूप में हुई है। हाशिम मूसा पाकिस्तानी सेना का पैरा कमांडो भी रह चुका है। मूसा अभी लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा है।
20 लाख का इनाम है घोषित
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने इस हमले को पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का हिस्सा बताया है। मूसा की पृष्ठभूमि की पुष्टि 15 कश्मीरी ओवरग्राउंड वर्कर्स से पूछताछ के दौरान हुई। उसके खिलाफ 20 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। सेना का तलाशी अभियान लगातार जारी है।
गंदरबल और बारामूला आतंकी हमलों में भी था हाथ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकी हाशिम मूसा का पहलगाम हमले में शामिल रहा है। इसके अलावा वह अक्टूबर 2024 में गंदरबल और बारामूला में हुए आतंकी हमलों में भी उसका हाथ था।
आतंकी हमलों के लिए लश्कर को सौंपा था मूसा
सुरक्षा एजेंसियों के शक है कि पाकिस्तान के स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) ने आतंकी हमले के लिए हाशिम मूसा को आतंकी हमले के लिए उसे कुछ दिन के लिए लश्कर को दिया हो। पाकिस्तान के स्पेशल सर्विस ग्रुप के कमांडो विशेष परिस्थिति में भी युद्ध करने के लिए पारंगत माने जाते हैं।
तीन आतंकियों की हुई पहचान
बता दें कि पहलगाम हमले में तीन आतंकवादियों की पहचान हुई है। इन आतंकियों का स्केच भी जारी किया गया है। तीनों आतंकियों की आसिफ फौजी, अबू तल्हा और आदिल हुसैन के रूप में हुई है। आसिफ फौजी का कोड नेम मूसा है। ये आतंकी ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) नाम के आतंकी संगठन से जुड़े हैं, जो कि प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-तैयबा की एक शाखा है।
जम्मू कश्मीर में चल रहे काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक जम्मू कश्मीर में कई जगहों पर काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन चल रहे हैं। हालांकि अभी तक सुरक्षा बलों ने इन ऑपरेशन के बारे में जानकारी नहीं दी गई है।