स्वराज इंडिया : कानपुर
नगर निगम के संपत्ति अनुभाग में लंबे समय से चल रही अनियमितताओं और मिलीभगत की शिकायतों पर नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने कड़ा रुख अपनाया है। संपत्ति अनुभाग के प्रभारी अधिकारी अनिरुद्ध सिंह और लिपिक अमन निगम को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, मोतीझील स्थित नगर निगम लॉन के आवंटन में मनमानी और घोटाले के आरोप सामने आए हैं। बताया जा रहा है कि लिपिक अमन निगम की मिलीभगत से लॉन नंबर-2 को मई 2025 में मात्र 26 लाख रुपये में आवंटित कर दिया गया, जबकि इस आवंटन के लिए न तो मेयर और न ही नगर आयुक्त की अनुमति ली गई। यह लॉन हर वर्ष करोड़ों रुपये में बुक होता रहा है, लेकिन इस बार नियमों को ताक पर रखकर कम राशि में आवंटन कर दिया गया।
खास बात यह है कि लॉन नंबर-2 को बीच में बुक किए जाने के कारण इसके आसपास के अन्य लॉन (लॉन-1 और 3) को कोई संस्था नहीं बुक कर सकती, जिससे नगर निगम को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ।
नगर निगम की अरबों रुपये मूल्य की संपत्तियों की देखरेख की जिम्मेदारी संपत्ति अनुभाग पर होती है, लेकिन पिछले एक साल से प्रभारी अधिकारी अनिरुद्ध सिंह की लापरवाही के कारण इस विभाग की अनदेखी होती रही। अनिरुद्ध सिंह के पास जोन-2 के साथ-साथ मुख्य कर निर्धारण अधिकारी का प्रभार भी था, जिससे वह संपत्ति अनुभाग पर पर्याप्त ध्यान नहीं दे पा रहे थे।
नगर आयुक्त सुधीर कुमार के पास इस संबंध में कई शिकायतें पहुंचीं, जिन पर उन्होंने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की। लिपिक अमन निगम को लेखा विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया है और स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वह भविष्य में संपत्ति अनुभाग से किसी भी प्रकार का दखल न दें।
नगर आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि जल्द ही संपत्ति अनुभाग में नए प्रभारी की नियुक्ति की जाएगी, ताकि विभाग की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।