
लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित लखनऊ विश्वविद्यालय के व्यावहारिक अर्थशास्त्र विभाग में शिक्षक प्रोफेसर विमल कुमार के खिलाफ गठित जांच समिति से कुलपति को हटाने की मांग की गई है। इसके लिए अयोध्या के गोसाईगंज से विधायक अभय सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।
प्रो. बिमल पर आरोप है कि उन्होंने स्वयं को नॉन क्रिमिलियर बता कर फर्जी ढंग से नियुक्ति हासिल की। जबकि उनके पिता सियाराम जायसवाल लखनऊ विश्वविद्यालय में वाणिज्य विभाग में शिक्षक और विभागाध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हैं। इसके साथ ही उनपर शोध छात्रों का शोषण किए जाने के साथ ही अन्य आरोप भी थे।
जांच में विलंब की बात भी कही गई
अधिवक्ता रोहित कांत की शिकायत पर शासन ने इसकी जांच के लिए चार सदस्यीय जांच समिति गठित की थी। इसमें कुलपति प्रोफेसर आलोक राय को समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। ऐसे में जांच के तथ्यों को प्रभावित होने की आशंका जताई गई थी। जबकि कुलपति के शहर में न होने के चलते जांच में विलंब की बात भी कही गई थी।
जांच पूरी कर रिपोर्ट भेजी जानी है
मुख्यमंत्री को पत्र लिखने बाद गृह सचिव संजय कुमार ने प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा को पत्र लिखकर कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं। शासन के आदेश के अनुसार 15 दिनों जांच पूरी कर रिपोर्ट भेजी जानी है।