
पत्नी ने लगाए कई महिलाओं से संबंध और प्रताड़ना के आरोप, युवती ने वीडियो वायरल करने पर बहू के खिलाफ केस दर्ज कराया
🔴 राजनीतिक ताकत, पारिवारिक हिंसा और वायरल अश्लीलता का घातक मेल
✍️ शिवांक अग्निहोत्री
मैनपुरी, उत्तर प्रदेश: भाजपा की एक महिला नेत्री के बेटे का नाम 130 अश्लील वीडियो वायरल मामले में सामने आने के बाद मैनपुरी की सियासत गरमा गई है। यह मामला अब केवल पारिवारिक विवाद नहीं रहा, बल्कि भाजपा की नैतिक छवि, सत्ता के दुरुपयोग और सामाजिक सम्मान से जुड़ा एक संवेदनशील विषय बन चुका है।आरोपों के केंद्र में भाजपा नेत्री का बेटा है, जिस पर उसकी पत्नी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। पत्नी का कहना है कि शादी के बाद से उसे मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। पति अलग-अलग महिलाओं के साथ अश्लील वीडियो बनाता था और उन्हें दिखाकर पत्नी को डराता था। जब पत्नी ने विरोध किया तो उसे ससुराल में बंद कर भूखा रखा गया, जमीन पर सुलाया गया और दहेज के लिए ताने दिए गए।

पीड़िता का यह भी आरोप है कि पति मैनपुरी की एक महिला के साथ होटल-रेस्टोरेंट में आपत्तिजनक वीडियो बनाता था और फिर उन्हें दिखाकर पत्नी को धमकाता। साथ ही, यह कहकर अपमानित करता कि “तू मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती, मेरी मां भाजपा की नेता है।” बहू ने अपनी सास और ननद पर छत पर ले जाकर मारपीट करने और शरीर पर गहरे घाव देने का आरोप भी लगाया है। बहू का यह भी दावा है कि ससुर और पति ने उसे आत्महत्या के लिए उकसाया।
⚖️ वीडियो वायरल करने पर युवती ने दर्ज कराया केस
दूसरी ओर, वायरल वीडियो में नजर आ रही युवती ने कोतवाली में तहरीर देकर भाजपा नेत्री की बहू, उसकी बहन और बहनोई पर गंभीर आरोप लगाए हैं। युवती के अनुसार, बहू ने उसके निजी वीडियो चोरी किए और फिर पैसों की मांग की गई। रकम न देने पर वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए गए। पुलिस ने इस मामले में आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।सीओ सिटी संतोष कुमार सिंह ने पुष्टि की है कि तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। वहीं, बहू द्वारा पति और ससुराल पक्ष पर दर्ज कराए गए केस की भी छानबीन जारी है।

🔥 सियासी पारा चढ़ा, विपक्ष का हमला तेज

यह मामला भाजपा के लिए राजनीतिक संकट का कारण बन गया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना की तुलना कुख्यात कर्नाटक कांड से करते हुए कहा कि भाजपा अब “पार्टी विद ए डिफरेंस” नहीं, बल्कि “डिफरेंट स्कैंडल्स की पार्टी” बन चुकी है।> “130 वीडियो कांड भाजपा के नैतिक दिवालियापन की नई मिसाल है।”— अखिलेश यादव, सपा अध्यक्ष
बसपा और कांग्रेस ने भी प्रशासन पर भाजपा नेताओं को बचाने का आरोप लगाया है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
📌 मुख्य बिंदु:
- भाजपा नेत्री के बेटे पर महिलाओं से संबंध और 130 आपत्तिजनक वीडियो बनाने का आरोप
- बहू ने पति व ससुराल वालों पर दहेज, मारपीट और धमकी का मामला दर्ज कराया
- एक युवती ने बहू व परिजनों पर वीडियो वायरल कर ब्लैकमेलिंग का केस किया
- वायरल वीडियो ने शहर और सोशल मीडिया पर हड़कंप मचाया
- सपा, बसपा और कांग्रेस ने भाजपा को घेरा, प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल
निष्कर्ष:यह कांड सत्ता, प्रभाव और नैतिक पतन के खतरनाक मिलन का उदाहरण बन गया है। अब देखना यह है कि प्रशासन दोषियों पर कार्रवाई करता है या सत्ता के दबाव में सच्चाई को दफन कर दिया जाएगा।
