
एचएमपीवी वायरस को लेकर वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर राजीव कक्कड़ ने कहा कि ‘दिनचर्या में बदलाव करें, खानपान सही रखें’
स्वराज इंडिया न्यूज ब्यूरो
कानपुर।
यह कोई नया वायरस नहीं है और इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है। यह बात वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर राजीव कक्कड़ ने बताई। उन्होंने कहा कि सर्दी में वायरस फैलते ही हैं, इससे बचाव की जरूरत है। बता दें कि चीन में एचएमपीवी के बढ़ते मामलों के बीच लोग डरे हुए हैं। इस वायरस को लेकर डॉक्टर राजीव कक्कड से जानकारी ली कि यह कितना घातक है :

सवाल: एचएमपीवी वायरस क्या है?
जवाब : एचएमपीवी एक RNA वायरस है, जो आमतौर पर सर्दी जैसे लक्षण पैदा करता है। इससे खांसी या गले में घरघराहट हो सकती है। नाक बह सकती है या गले में खराश हो सकती है। इसका जोखिम ठंड के मौसम में ज्यादा होता है।
सवाल: एचएमपीवी वायरस कैसे फैलता है?
जवाब: एचएमपीवी वायरस खांसने और छींकने से फैलता है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने, वायरस से संक्रमित किसी वस्तु को छूने से भी यह फैल सकता है। इसके लक्षण संक्रमित होने के बाद 3 से 5 दिनों में दिखने लगते हैं।
सवाल: एचएमपीवी डिजीज के लक्षण क्या हैं?
जवाब: यह कोई नया वायरस नहीं है। पिछले साल भी चीन में इसके फैलने की खबर आई थी। इसका सबसे कॉमन लक्षण खांसी और बुखार है। इससे डरना जैसे कुछ नहीं है, थोडा दिनचर्या में बदलाव करें, खानपान सही रखें और नियमित योगा करें। सांस लेने में अधिक परेशानी हो रही हो तो डॉक्टर को दिखाएं। शुरुआत में इसके लक्षण सामान्य वायरल जैसे ही दिखते हैं, लेकिन वायरस का असर अगर ज्यादा है तो निमोनिया और ब्रोंकाइटिस होने का खतरा भी हो सकता है।