
–चंडीगढ में आयोजित गोल्डन जुबली कांफ्रेस में शामिल होने गई थीं जूनियर डाक्टर
–शिकायत में आरोप हैं कि बायोकेमिस्ट्री एचओडी डा. अनंत नारायन सिंह द्वारा मानसिक उत्पीडन किया जा रहा
मुख्य संवाददाता, स्वराज इंडिया
कानपुर।
गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल (जीएसवीएम) कानपुर में तैनात बायोकेमिस्ट्री एचओडी डा. अनंत नारायन सिंह पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। उनपर महिला जूनियर डॉक्टर ने आरोप लगाया है कि चंडीगढ में आयोजित गोल्डन जुबली कांफ्रेस के दौरान एचओडी ने उनका उत्पीडन करने का प्रयास किया। इन आरोपों के बाद मेडिकल कॉलेज में तीन सदस्यीय जांच कमेटी बैठा दी गई है।
इनपुट के अनुसार आकेवीई प्रोजेक्ट के अंतर्गत ट्रेनिंग लिए 4 दिसंबर से लेकर 7 दिसबंर 2024 तक बायोकेमिस्ट्री एचओडी डा. अनंत नारायन सिंह और दो महिला डॉक्टर चंडीगढ साथ गई थीं। इस दौरान एक जूनियर डॉक्टर ने आरोप लगाया है कि होटल के स्टे के दौरान डा0 अनंत नारायन सिंह ने रूम में आकर उनसे छेडखानी करने का प्रयास किया और विरोध करने पर उनका अब मानसिक उत्पीडन किया जा रहा है। इससे वह सदमे में है। महिला डॉक्टर ने इसकी लिखित शिकायत लौटकर प्राचार्य को दी। इसके बाद मेडिकल कॉलेज में हडकंप मच गया। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यी कमेटी बनाई गई है लेकिन जिस तरह से महिला डाक्टर ने आरोप लगाया है कि उससे एचओडी फंसते नजर आ रहे हैं।
वहीं इस मामले को लेकर डॉ आनंद नारायण सिंह से पक्ष जानने का प्रयास किया तो फोन पर कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।
आरोपों के क्रम में जांच कमेटी बैठा दी गई है, बयान और जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
डा. संजय काला, प्राचार्य जीएसवीएम
कौन हैं डा0 अनंत नारायन सिंह ?
स्वराज इंडिया की तफतीश में कल पढिए कौन हैं डा. अनंत नारायन सिंह, इनका विवादों से पुराना नाता बताया गया है। इनकी शैक्षिक योग्यता पर भी कई बार सवाल उठ चुके हैं। इसपर भी खुलासा किया जाएगा।