Wednesday, May 21, 2025
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कानपुर में जीआईएस सर्वे का फर्जीवाड़ा,70 पर्सेंट बिल गड़बड़

राजस्व वसूली समीक्षा के दौरान सामने आए मामले

नगर आयुक्त ने कहा कि एक हफ्ते के अंदर बिलों का संशोधन हो जाना चाहिए

वसूली पर जोर एवं जी0आई0 एस0 सर्वे पूर्ण कराना जरूरी

मुख्य संवाददाता स्वराज इंडिया
कानपुर ।
नगर निगम के नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जी0एन0 ने नगर निगम मुख्यालय स्थित सभागार में राजस्व वसूली, करारोपण, जी0आई0एस0 प्रगति, वित्तीय वर्ष 2024-25 की बिलिंग इत्यादि की समीक्षा की।। जिसमें अपर नगर आयुक्त प्रथम, द्वितीय व तृतीय, प्रभारी अपर नगर आयुक्त, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी, जोनल अधिकारी-1, 2, 3, 4 व 5 के साथ उनके जोन के कर अधीक्षक व जोन -6 के कर अधीक्षक, लेखाधिकारी, समीर श्रीवास्तव, टेक क्राॅस, आशुतोष विक्रम सिंह, आई0टी0 मैनेजर, अमृत योजना द्वारा प्रतिभाग किया गया।
बैठक में सर्वप्रथम जगदीश यादव, अपर नगर आयुक्त द्वारा जोनों में नये परिसीमन के अनुसार वार्ड की सूची प्रमाणित कर, उपलब्ध कराये जाने के निर्देश पूर्व समीक्षा बैठक में दिये गये थे, की सूची के सन्दर्भ में जोनल अधिकारी जोन-1 द्वारा अवगत कराया गया कि उनके जोन में 02 वार्ड शेष है, जिसको 02 दिन में पूर्ण कर नये परिसीमन के अनुसार सूची 02 दिन में उपलब्ध करा दी जायेंगी। जोनल अधिकारी जोन-2 द्वारा अवगत कराया गया कि उनके जोन में नये परिसीमन के अनुसार सूची 02 दिन में उपलब्ध करा दी जायेंगी। जोनल अधिकारी जोन-3 द्वारा अवगत कराया गया कि उनके जोन में नये परिसीमन के अनुसार सूची 03 दिन में उपलब्ध करा दी जायेंगी। जोनल अधिकारी जोन-4 द्वारा अवगत कराया गया कि उनके जोन में नये परिसीमन के अनुसार सूची उपलब्ध करा दी गई है। जोनल अधिकारी जोन-5 द्वारा अवगत कराया गया कि उनके जोन में नये परिसीमन के अनुसार सूची 02 दिन में उपलब्ध करा दी जायेंगी। कर अधीक्षक जोन-6 द्वारा अवगत कराया गया कि उनके जोन में नये परिसीमन के अनुसार सूची 04 दिन में उपलब्ध करा दी जायेंगी।


इसके उपरान्त नगर निगम कानपुर के वित्तीय वर्ष 2024-25 में अभी तक हुई राजस्व वसूली की प्रगति पर रोष व्यक्त करते हुये नगर आयुक्त ने सभी जोनल अधिकारियों एंव कर अधीक्षकों को गत वर्ष 2023-24 में माह मई 2023 में की गई वसूली के सापेक्ष 28, मई 2024 तक की गई कम वसूली रू0 06.00 करोड़ को आगामी 03 दिनों में माह मई 2023 तक की वसूली को पार कराये जाने के निर्देश दिये गये।
जोनल अधिकारियों द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 में कम हुई वसूली हेतु अवगत कराया गया कि अभी तक जोनों में बिल निर्गत की कार्यवाही न होने से वसूली प्रभावित हो रही है, जिसपर नगर आयुक्त द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के बिलों के निर्गत में हो रही देरी के सम्बन्ध में आशुतोष सिंह, आई0टी0 मैनेजर, अमृत योजना से जानकारी चाही, जिस पर आशुतोष सिंह, आई0टी0 मैनेजर द्वारा अवगत कराया गया कि जी0आई0एस0 संस्था द्वारा जिन सम्पत्तियों की गणना की गई है, उनमें लगभग 70 प्रतिशत बिल गलत यथा प्रकृति परिवर्तन, दरों में विभिन्नता इत्यादि की दिक्कते होने के कारण बिल को पुनः संशोधित किये जाने के लिये आई0टी0आई0 लि0 संस्था को वापस किये गये, पर अद्योहस्ताक्षरी द्वारा कितने समय में इस समस्या को दूर किया जायेगा, के सन्दर्भ में आई0टी0 मैनेजर द्वारा एक सप्ताह का समय माॅगकर ऐसे सभी सम्पत्तियों के साथ ऐसी सम्पत्तियाॅ जिनमें जी0आई0एस0 सर्वे प्रारम्भ नही हुआ है के बिल निर्गत हो जायेगें।
पूर्व बैठक में दिये गये निर्देश कि नगर निगम सम्पत्तियों का केस्को की बिजली के कनेक्शनों से मिलान एवं अपने-अपने जोन में स्थित अनावासीय सम्पत्तियाॅ यथा होटल, अस्पताल, माॅल, कापलेक्स इत्यादि की सूची उपलब्ध करायें निर्देश दिये गये थे, किन्तु अत्यन्त खेद का विषय है कि किसी भी जोन द्वारा आदेश का अनुपालन नही किया गया, पर रोष व्यक्त करते हुये, सभी अपर नगर आयुक्तो एवं प्रभारी अपर नगर आयुक्त अपने वरिष्ठ प्रभार के अनुसार का दायित्व निर्धारित करते हुये तत्काल अपने माध्यम से रिपोर्ट प्रस्तुत करेगें।
नगर निगम के साफ्टवेयर को लखनऊ नगर निगम की भाॅति एन0आई0सी0 से इन्ट्रीग्रेटेड पर कार्यवाही की प्रगति के सन्दर्भ में आशुतोष विक्रम सिंह, आई0टी0 मैनेजर से जानाकारी चाही गईके सन्दर्भ में अवगत कराया गया कि पूर्व में एन0आई0सी0 द्वारा मना कर दिया गया था, जिसपर श्री आशुतोष विक्रम सिंह, आई0टी0 मैनेजर को पुनः एन0आई0सी0 से वार्ता कर प्रगति से अवगत कराये जाने के निर्देश दियें।
अन्त में निर्णय लिया गया कि समस्त ऐसी सम्पत्तियाॅ जिनमें जी0आई0एस0 सर्वे के उपरान्त राजस्व में वृद्धि एवं मैच्ड हो और ऐसे वार्ड जिनमें जी0आई0एस0 सर्वे प्रारम्भ नही हुआ हो, उनके गृहकर के बिल प्राथमिकता पर निर्गत कराये जायें, ताकि नगर निगम राजस्व लक्ष्यानुसार वसूली हो सकें।

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