पूर्व केयर टेकर की कई पत्रावलियां जांच में घेरे में
-नगर निगम के पूर्व केयर टेकर सुनील निगम पर गंभीर आरोप
-नगर निगम के आॅडिट विभाग ने पकडी कई संदिग्ध पत्रावलियां
मुख्य संवाददाता, स्वराज इंडिया
कानपुर।
कानपुर नगर निगम के पूर्व केयर टेकर सुनील कुमार निगम वित्तीय अनियमितता के मामले में फंसते जा रहे हैं। भुगतान लेने के बाद कई पत्रावलियां जांच के घेरे में आ गई हैं। आॅडिट विभाग ने कुछ पत्रावलियों पर जवाब मांगे हैं। जिनमें एक की कार्य के अलग अलग बिल बनाकर भुगतान प्राप्त किए जाने के आरोप हैं। हालांकि, सुनील निगम अपने आपको पाक-साफ बता रहे हैं लेकिन अब यह जांच का विषय है वह कितना सच बोल रहे हैं।
नगर निगम के ज्येष्ठ लेखा परीक्षक अभय कुमार सिंह ने 26 अप्रैल 2024 को आडिट आपत्ति के दूसरे पत्र में पूर्व केयर टेकर सुनील निगम के भुगतान मामले में सवाल किए हैं। पत्रावली संख्या 139/सीटी/20-21 एवं पत्रावली संख्या 476/ सीटी/20-21 में 22 जून 2021 को आयोजित सदन में नाश्ते-खाने पर 2 लाख 32 हजार रूप्ए व्यय किया गया। पत्रावली संख्या 139 में संलग्न बिल संख्या 391 द्वारा 86000 रूप्या भुगतान सुनील निगम स्वयं ही प्राप्त किया। वहीं, पत्रावली संख्या 476 से एक लाख 46 हजार का भुगतान मेसर्स कैलाश फूड कोर्ट को दो बिलों में अलग से किया गया। आॅडिट विभाग का कहना है कि पूर्व केयर टेकर ने एक ही कार्य से तीन अलग अलग बिल क्यों बनाए गए। इससे उनका अभिप्राय स्पष्ट नहीं हो रहा है। इससे नगर निगम कोष को वित्तीय पहुंचाई गई है। इसी तरह से
केयर टेकर अनुभाग की पत्रावली संख्या 215/सीटी/22.23 एवं पत्रावली संख्या 218 के भुगतान पर सवाल उठ रहे हैं। पत्रावली के अनुसार महापौर के मौखिक निर्देश पर 19-09-2022 को लक्ष्मीपुरवा शक्कर मिल खलवा के 500 बाढ पीडितों को निशुल्क लंच दिया जाना था। इसमें सर्वन्यून निविदादाता विवेक निगम इवेंट सर्विसेज के प्रोपाइटर विवेक निगम के द्वारा 70 रूप्ए प्रति पैकेट के हिसाब वितरित किया। उक्त कार्य से संबधित दो पत्रावलियां बनाकर बिल संख्या 157, 18-09-2022 एवं 158 19-09-2022 द्वारा 1 लाख 41 हजार रूप्ए का भुगतान प्राप्त किया गया। इसमें आरोप हैं कि एक कार्य के दो बार भुगतान किया गया। इससे नगर निगम को 70 हजार 7 सौ की हानि हुई।