
प्रमुख संवाददाता, स्वराज इंडिया | कानपुर
कानपुर में कानूनी और सामाजिक गलियारों में हलचल मचाने वाले एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है। कमिश्नरेट पुलिस ने बुधवार को चर्चित अधिवक्ता अखिलेश दुबे को गिरफ्तार कर लिया। उन पर आरोप है कि उन्होंने भाजपा नेता रवि सतीजा के खिलाफ झूठा पॉक्सो केस दर्ज कराने और समझौते के नाम पर ₹50 लाख की वसूली की साजिश रची।पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ कि यह केस पूरी तरह मनगढ़ंत था, जिसे एक महिला और उसके पीछे सक्रिय गिरोह ने मिलकर तैयार किया। महिला बिहार की रहने वाली है, लेकिन कानपुर में दर्ज इस मुकदमे के पीछे वसूली की सुनियोजित योजना थी।
गिरफ्तारी और गिरोह का पर्दाफाश

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस साजिश में अखिलेश दुबे के अलावा उनके तीन अन्य सहयोगी भी शामिल थे, जिन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोप है कि केस को एक “प्रेशर टूल” की तरह इस्तेमाल कर भाजपा नेता पर दबाव बनाया गया ताकि मोटी रकम वसूली जा सके।डीसीपी दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि महिला से समझौते के बदले में ₹50 लाख की मांग की जा रही थी। इसी आधार पर बुधवार को पुलिस ने अखिलेश दुबे और लवी मिश्रा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया।

ऑपरेशन महाकाल के तहत कार्रवाई
यह गिरफ्तारी कानपुर पुलिस के “ऑपरेशन महाकाल” का हिस्सा है। इस अभियान का उद्देश्य जमीन कब्जा, वसूली और झूठे मुकदमों के जरिए लोगों को प्रताड़ित करने वाले वकीलों, दलालों और कथित पत्रकारों पर शिकंजा कसना है।पिछले डेढ़ साल से शहर में भूमाफिया और वसूलीबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चल रही है। पुलिस आयुक्त ने मंगलवार को ऑपरेशन महाकाल की औपचारिक शुरुआत की और जनता से अपील की कि वे ऐसे मामलों की सीधे पुलिस को शिकायत करें।
जमीन कब्जा और वसूली के पुराने मामले भी रडार पर
पुलिस सूत्रों का दावा है कि अखिलेश दुबे के खिलाफ पहले से ही जमीन कब्जे, समझौता कराने के नाम पर वसूली और अन्य गंभीर मामलों में गुप्त जांच चल रही है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस नेटवर्क से जुड़े अन्य वकील, पत्रकार और दलाल भी गिरफ्त में आ सकते हैं।
📌 मुख्य बिंदु:
- भाजपा नेता रवि सतीजा के खिलाफ झूठा पॉक्सो केस दर्ज कराने का आरोप।
- समझौते के नाम पर ₹50 लाख की मांग।
- पुलिस ने अधिवक्ता अखिलेश दुबे और लवी मिश्रा को गिरफ्तार किया।
- ऑपरेशन महाकाल के तहत वकीलों, पत्रकारों और दलालों पर कार्रवाई।
- जमीन कब्जे और वसूली के मामलों में भी चल रही गुप्त जांच।
