
रिजवान कुरैशी / स्वराज इंडिया, कानपुर। 19 फरवरी का दिन बुधवार समय सुबह के लगभग 4 बजे हैं…कानपुर प्रयागराज हाइवे पर लोगों को बरबस लगा कि कुछ घटित हो रहा है…..एक कार कई ट्रकों का पीछा कर रही थी। ट्रक चालक कई बार इस कार को टक्कर मारकर रोड से नीचे धकेलने की फिराक में थे। लेकिन कार ट्रकों का पीछा लगातार कर रही थी और अंततः कार वाला जीत गया। ट्रक रुके तो अफरा तफरी मच गई। माजरा सामने आया तो लोग हैरान रह गए। असल में ट्रकों का पीछा कर रहे आईपीएस अधिकारी का नाम है सुमित सुधाकर रामटेके…..जो कि चकेरी मे एसीपी के पद पर कार्यरत हैं।

मालूम हो कि बुधवार को किसी ने एसीपी चकेरी आईपीएस सुमित रामटेके को फोन पर पशु तस्करों के बारे में सूचना दी थी कि बड़ी संख्या में कई ट्रक पशुओं को लेकर प्रयागराज हाइवे से गुजर रहे हैं। आनन फ़ानन में एसीपी प्राइवेट कार से सिविल ड्रेस में प्रयागराज हाइवे महाराजपुर पहुँच गए। एसीपी ने वहां से गुजर रहे ट्रक को रोकने का प्रयास किया तो ट्रक चालक लहराते हुए गाड़ी तेज भगाने लगे। ट्रक का पीछा एसीपी अपनी कार से लगने लगे। कभी एसीपी की कार आगे तो कभी ट्रक आगे। पीछा करने के दौरान ट्रक वालों ने एसीपी की कार में टक्कर मारने का प्रयास किया। किसी भी तरह पीछा कर एसीपी ने रामादेवी चौराहे के पास सभी ट्रक पकड़ लिए। और रामदेवी चौराहा के पास एसीपी ने सभी गाड़ियों की चेकिंग शुरू कर दी। इस दौरान आठ मवेशियों से भरे ट्रक को एसीपी ने पकड़ लिया। जिसमे करीब 400 मवेशी थे। पुलिस ने करीब दो दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर कानूनी कार्रवाई की।
एसीपी ने बताया कि आरोपी चालक मध्य प्रदेश के रीवा, सतना, कटनी, कौशांबी समेत अन्य जगहों से मवेशी लादकर उन्नाव जा रहे थे। बताया कि पकड़े गए चालकों व परिचालकों से पूछताछ कर कार्रवाई की जाएगी। और इनके अन्य साथियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। इसके साथ ही मवेशियों को गौशाला में छोड़ा जाएगा।

वसूली करने वाले सिपाही तलब
कानपुर । चकेरी एसीपी आईपीएस सुमित रामटेके आम आदमी की तरह ऑपरेशन को सक्सेजफुल करने निकले तो देखा कि पीआरवी गाड़ी मौके पर ख़डी थी और सिपाही मवेशी से भरे वाहनों से रूपये वसूल रहे थे। दोनों पीआरवी गाड़ियों के सिपाहियों को भी तलब किया गया है। सादी वर्दी में होने की वजह से आईपीएस सुमित रामटेके को पीआरवी सिपाही भी नहीं पहचान सके।