
आगजनी और हमले के मामले में शिवली पुलिस की बड़ी कार्रवाई
📍 कानपुर देहात | स्वराज इंडिया न्यूज़ ब्यूरो
कानपुर देहात की शिवली थाना पुलिस ने आखिरकार उस अपराधी को पकड़ लिया है, जिसने लंबे समय से पूरे इलाके में आतंक मचा रखा था। देशराज गौतम उर्फ टेशू, जो कि रेलवे मालगाड़ियों से डीजल चोरी का मास्टरमाइंड माना जाता है, अब पुलिस की गिरफ्त में है। यह वही आरोपी है जिस पर बीते दिनों आगजनी, फायरिंग और परिवार पर हमले का गंभीर आरोप दर्ज हुआ था।
आगजनी की घटना बनी गिरफ्तारी की वजह
20 दिसंबर 2024 को ग्राम रैपालपुर निवासी आनंद कुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया था कि देशराज अपने भाई, पत्नियों और अन्य साथियों के साथ घर पर धावा बोलकर आया। आरोपी गिरोह ने आनंद कुमार के परिवार पर अवैध हथियारों, लाठी-डंडों और कुल्हाड़ियों से हमला कर दिया।हमले में आनंद कुमार, उनकी पत्नी, पुत्र आकाश और पुत्री सीमा सहित कई लोग घायल हुए। घटना यहीं नहीं रुकी देशराज ने हवाई फायरिंग कर पूरे मोहल्ले में दहशत फैलाई और बोतलों में पेट्रोल भरकर घर में फेंककर आग लगाने की कोशिश की। पीड़ित परिवार किसी तरह जान बचाकर भागा, लेकिन पूरा इलाका खौफ में आ गया। इस वारदात ने पुलिस पर दबाव बढ़ाया और आरोपी की गिरफ्तारी प्राथमिकता बन गई।
डीजल चोरी का बड़ा खेल

देशराज का असली धंधा रेलवे की मालगाड़ियों से डीजल चोरी करना था। सूत्रों के मुताबिक, कानपुर के पनकी, सचेंडी और भौती रेलवे ट्रैक उसका मुख्य अड्डा थे। यहां उसका गिरोह रात के अंधेरे में टैंकरों और पीपों में डीजल भरकर उसे ऊंचे दामों पर बेचता था।बीते महीने ही शिवराजपुर थाना क्षेत्र में पूर्ति विभाग और पुलिस की टीम ने बड़ी कार्रवाई की थी। चेकिंग के दौरान 1025 लीटर डीजल से भरी पिकअप गाड़ी (UP 77 T 4611) पकड़ी गई थी। उस वक्त गाड़ी में अमर सिंह नाम का चालक मिला था, जिसने कबूला कि यह तेल उसके मामा देशराज उर्फ टेशू का है। देशराज मौके से फरार हो गया था और तभी से पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी।
अपराधों का लंबा रिकॉर्ड
पुलिस रिकॉर्ड बताता है कि देशराज कोई साधारण अपराधी नहीं, बल्कि शातिर अपराधी और गैंग लीडर है।

✅ मूल निवासी – ग्राम रैपालपुर, थाना शिवली (कानपुर देहात)
✅ दर्ज मुकदमे – 20 से अधिक (मारपीट, डीजल चोरी, गैंगस्टर एक्ट, फायरिंग)
✅ हालिया अपराध – आनंद कुमार के घर हमला, हवाई फायरिंग और आगजनी की कोशिश
✅ आपराधिक धंधा – रेलवे ट्रैक से डीजल चोरी कर लोकल मार्केट में अवैध सप्लाई
✅ गिरफ्तारी – शिवली थाने की पुलिस ने दबिश देकर दबोचा
ग्रामीणों का बड़ा आरोप – “संरक्षण में चलता था धंधा”
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि देशराज का नेटवर्क वर्षों से सक्रिय है और इसमें कुछ पुलिसकर्मी व रेलवे सुरक्षा बल (RPF) तक मिलीभगत रखते हैं। चोरी का डीजल ट्रैक के किनारे झाड़ियों में रखे खाली कट्टों में भरा जाता था और चोरी के बाद सबूत मिटाने के लिए उन्हें नहरों या नदियों में फेंक दिया जाता था।गांववालों का दावा है कि चोरों के पास अवैध हथियार भी होते हैं और जो कोई इनके खिलाफ बोलता है, उसे डराया-धमकाया जाता है। कई बार पीड़ित की शिकायत को ही पुलिस हल्के में ले लेती थी।
पुलिस की सख्त कार्रवाई और आगे की रणनीति
शिवली थाना प्रभारी ने बताया कि देशराज को दबोचने के लिए लगातार दबिश दी जा रही थी। आखिरकार शनिवार रात गुप्त सूचना पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अब उसके नेटवर्क को खंगाल रही है और गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश कर रही है।जांच में यह भी संभावना है कि मामले को गैंगस्टर एक्ट के तहत बढ़ाया जाए ताकि उसके अपराधों की जड़ को पूरी तरह से खत्म किया जा सके। साथ ही, डीजल चोरी के मामलों में आरपीएफ और अन्य संबंधित अधिकारियों की भूमिका भी खंगाली जा रही है।
इलाके में फैली दहशत से राहत
देशराज की गिरफ्तारी के बाद रैपालपुर और आसपास के गांवों में राहत की सांस ली जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक वह फरार था, लोग उसके डर के साए में जी रहे थे। अब उम्मीद है कि पुलिस उसकी पूरी गैंग पर कार्रवाई कर इलाके को अपराध मुक्त करेगी।
👉 इस पूरी कहानी ने एक बार फिर दिखा दिया है कि डीजल चोरी महज़ इंधन का खेल नहीं, बल्कि संगठित अपराध और पुलिस-प्रशासन की मिलीभगत का मामला भी है। अब देखना होगा कि देशराज उर्फ टेशू की गिरफ्तारी से यह पूरा नेटवर्क टूटता है या फिर किसी और नाम से दोबारा खड़ा हो जाता है।
