
प्रमुख संवाददाता, स्वराज इंडिया, कानपुर। विजयनगर कालपीरोड स्थित आर्डनेंस फैक्ट्री में इलेक्ट्रानिक कार्ड पंचिग सिस्टम में सेंधमारी कर फर्जी हाजिरी लगाकर सैन्य प्रतिष्ठान की सुरक्षा के साथ खिलवाड को उच्चाधिकारियों ने गंभीरता से लिया है। मामले में दोनों आरोपित कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, प्रबंधन ने तत्काल प्रभाव से बॉयोमेट्रिक्स अटेडेंस सिस्टम लागू कर दिया है। मामले की विभागीय जांच जारी है।
आर्डनेंस प्रतिष्ठान से मिले इनपुट के अनुसार कार्यकारी निदेशक आलोक सिंह ने एक्शन लेते हुए सेंट्रल टूल रूम में तैनात टेक्नीशियन अतनू चक्रवती और हाजिरी लगाने वाले अरविंद सिंह को फिलहाल निलंबित कर दिया गया है। वहीं, सीटीआर अनुभाग के प्रमुख राजेश सिंह को हटा दिया गया है। वहीं, मामला को 17 दिन तक दबाने का प्रयास करने वाले अन्य अधिकारी भी उच्चाधिकारियों के रडार पर हैं। बताया जा रहा है कि उनपर भी गोपनीय स्तर पर जांच कराई जा रही है। इसके बाद कई विकेट गिर सकते हैं।
कैसे पकडा गया खेल
ओएफसी के सीटीआर अनुभाग में टेक्नीशियन पद पर तैनात अतनू चक्रवती टिकट नंबर 179 पर्सनल नंबर 9762 कोलकाता में था लेकिन ओएफसी में 8 अप्रैल 2025 से लेकर 11 अप्रैल 2025 तक इलेक्ट्रानिक कार्ड हाजिरी सिस्टम के माध्यम से दूसरे साथी अरविंद सिंह पर्सनल नंबर 10381 टिकट नंबर 71 की मिलीभगत से अनुपस्थित कर्मी के पंचिंग कार्ड से दनादन पंचिग एवं हस्ताक्षर बनाए जा रहे थे। 12 अप्रैल को भी गेट पर 7.45 पर उसकी इंट्री दिखाई गई, मॉनीटरिंग के दौरान नाइट डयूटी अफसर-एनडीओ ने मामला पकडा तो खुलासा हुआ लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने 10 दिन तक मामले को दबाए रखा। स्वराज इंडिया संवाददाता को मिले इनपुट के बाद खबर प्रकाशित हुई तो ओएफसी के अधिकारी हरकत में आए।
ओएफसी के कई अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध
इनपुट है कि ओएफसी में तैनात कई अधिकारी फैक्ट्री में बडा खेल करने में जुटे हुए हैं। वह कुछ खास कर्मियों की मिलीभगत से सामान की खरीद फरोख्त में धांधली करा रहे हैं। बताया जा रहा है जो सामान टेंडर के समय सेंपल में दिखाया जाता है, वह सेटिंग करके निम्न दर्जे की आपूर्ति करा दी जाती है चूंकि सब मिले हुए हैं। ऐसे में शिकायतें बाहर नहीं आ पाती हैं। ’स्वराज इंडिया’ जल्द ही तथ्यों के साथ पूरे खेल का खुलासा करेगा।