
कानपुर। महात्मा गांधी मार्ग मालरोड स्थित नरौना चौराहे पर निर्मित नए मेट्रो स्टेशन का नाम ‘नयागंज मेट्रो स्टेशन’ रखे जाने से शहरवासियों में तीखी नाराज़गी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह नाम न तो स्थल की ऐतिहासिकता से मेल खाता है, न ही भौगोलिक स्थिति से। मेट्रो स्टेशन नरौना चौराहा और मॉल रोड क्षेत्र में है, जबकि नयागंज इलाका यहां से स्पष्ट दूरी पर स्थित है।

महात्मा गांधी मार्ग व्यापार मंडल, नागरिक संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने एक सुर में नाम परिवर्तन की मांग उठाई है। उनका कहना है कि स्टेशन का नाम ‘मॉल रोड महात्मा गांधी मार्ग’ या ‘नरौना चौराहा मेट्रो स्टेशन’ रखा जाना अधिक उपयुक्त और तर्कसंगत होगा, जिससे यात्रियों को लोकेशन को लेकर स्पष्टता मिलेगी और क्षेत्र की असली पहचान बरकरार रहेगी।
प्रधानमंत्री कर सकते हैं मेट्रो स्टेशन का उद्घाटन
इस स्टेशन का लोकार्पण 24 अप्रैल को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जा सकता हैं। ऐसे में स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि इस ऐतिहासिक अवसर से पहले उनकी भावनाओं और तर्कों को भी गंभीरता से सुना जाएगा।
स्थानीय निवासी बताते हैं कि नयागंज नाम इस स्थान के लिए भ्रामक साबित होगा। इससे न सिर्फ यात्रियों को ग़लत दिशा निर्देश मिलेगा, बल्कि कानपुर जैसे ऐतिहासिक शहर की पहचान को भी धुंधलाने का खतरा है।

स्टेशन जिस स्थान पर है, वही
उसकी असली पहचान होनी
चाहिए। ये केवल नाम का मामला
नहीं, बल्कि शहर की सांस्कृतिक
और भौगोलिक अस्मिता से
विषय है,”
कानपुर की जनता अब इस उम्मीद में है कि मेट्रो स्टेशन का नामकरण स्थानीय पहचान के अनुरूप किया जाएगा, ताकि इस ऐतिहासिक परियोजना का उद्घाटन जनभावनाओं के साथ सामंजस्य बनाते हुए किया जा सके।
इस सम्बन्ध में महात्मा गांधी मार्ग व्यापार मंडल के संयोजक छोटे भाई नरौना ने स्वराज्य इंडिया से कहा इस स्टेशन का नाम नयागंज मेट्रो स्टेशन रखने पर सबसे ज़्यादा परेशानी दूर दराज से आने वाले व्यापारि भाईयों को होगी जो नयागंज पहुंचने के लिए इस स्टेशन पर उतरेंगे उन्हें फ़िर से अन्य साधन द्वारा जाना होगा जिससे भ्रम की स्थिति पैदा होगी और मेट्रो की छवि धूमिल होगी