औचक निरीक्षण कर वित्तीय मामलों से जुड़े दस्तावेजों की जांच पड़ताल की कानपुर स्थित कई सैन्य प्रतिष्ठान जांच एजेंसियों के निशाने परप्रमुख संवाददाता स्वराज इंडिया कानपुर। कानपुर के कई सैन्य प्रतिष्ठान जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं क्योंकि यहां पर कई बार गड़बड़ी की आशंकाएं सामने आई हैं। सीबीआई की लखनऊ एंटी करप्शन ब्रांच ने शुक्रवार को कानपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का एकाएक निरीक्षण किया। टीम देर रात तक फैक्ट्री के दस्तावेजों को खंगालने में जुटी रही। टीम के साथ सेना के अफसर भी मौजूद रहे।बताया जा रहा है कि सीबीआई ने कालपी रोड स्थित ऑर्डिनेंस फैक्टरी में वित्तीय अनियमितताओं का पता लगाने के लिए एकाएक निरीक्षण किया है। फिलहाल अधिकारी इस मामले में कुछ भी बताने से कतरा रहे हैं। हालांकि यह बात सामने आई है कि यह निरीक्षण शनिवार को भी जारी रहेगा। इसके बाद ही जांच में सामने आए तथ्यों की जानकारी हो सकेगी। बताते चलें कि कालपी रोड स्थित ऑर्डिनेंस फैक्टरी में तोप और गोलों का एक साथ निर्माण करती है। सैनिकों के लिए जूते समेत तमाम अन्य सामग्री का निर्माण भी होता है। सीबीआई यह पता लगा रही है कि फैक्टरी में कहीं कोई वित्तीय अनियमितता तो अंजाम नहीं दी जा रही है। बतातें चले कि मार्च माह में कालपी रोड स्थित आर्डिनेंस फैक्टरी में कार्यरत जूनियर वर्क्स मैनेजर (जेडब्लूएम) विकास कुमार को पाकिस्तानी के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह फैक्टरी से अहम जानकारियां और दस्तावेज पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई के एजेंट को भेज रहा था। वह पाकिस्तानी एजेंट नेहा शर्मा से फेसबुक के जरिये संपर्क में आया था।ओईएफ में फर्जी हाजिरी का हो चुका खुलासा कालपी रोड स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में बीते माह फर्जी हाजिरी लगाने के मामले का बड़ा खुलासा हुआ था। इस मामले में कोलकाता में बैठे एक युवक की हाजिरी कानपुर में लगाई जा रही थी मामले का खुलासा होने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही थी। प्रकरण को स्वराज इंडिया ने उठाया तो कई अधिकारी नप गए लेकिन अभी भी कई सवाल जिंदा हैं।