प्रसिद्ध अकबरपुर इंटर कालेज साइकिल स्टैंड की दीवार बुलडोजर से गिराई

स्वराज इंडिया न्यूज ब्यूरो / कानपुर देहात
नगर पंचायत अकबरपुर और अकबरपुर इंटर कालेज के बीच साइकिल स्टैंड की जमीन को लेकर विवाद गहरा गया है । नगर पंचायत प्रशासन ने इंटर कॉलेज के साइकिल स्टैंड की चारदीवारी को बुलडोजर से गिरवा दिया। नगर पंचायत अध्यक्ष पति जितेंद्र सिंह गुड्डन, ईओ आशीष कुमार सहित अन्य नगर पंचायत के कर्मचारियों ने जेसीबी मशीन से मुख्य द्वार छोड़ साइकिल स्टैंड की पूरी चारदीवारी गिरवा दी। यह वही भूमि है जिस पर नगर पंचायत द्वारा चिल्ड्रेन पार्क बनाए जाने का प्रस्ताव दिया गया है। जिसका अकबरपुर इंटर कालेज प्रबंधन द्वारा लंबे समय से विरोध किया जा रहा है।
प्रधानाचार्य भारत सिंह ने बताया कि साइकिल स्टैंड की भूमि वर्ष 1952 से विद्यालय की आवश्यकता के अनुसार उपयोग में है। यहां विद्यालय की चारदीवारी और गेट लगा है। प्रतिदिन हजारों छात्र छात्राएं इसमें अपनी साइकिल खड़ी करते हैं। नगर पंचायत द्वारा इस स्थान पर जबरन चिल्ड्रेन पार्क बनाने का प्रयास किया जा रहा है। बिना भूमि सत्यापन किए टेंडर उठा दिया गया। प्रधानाचार्य ने इस कृत्य को दुर्भावनापूर्ण बताते हुए कहा कि यह एक शिक्षण संस्थान की संपत्ति पर सीधा अतिक्रमण है। हमने कानूनी तरीके से जिलाधिकारी को शिकायत सौंपी थी लेकिन उसके ठीक अगले दिन बिना किसी नोटिस के ऐसी तोड़फोड़ करना असंवैधानिक और तानाशाही है। उन्होंने कहा कि विद्यालय परिवार इस तानाशाही से डरने वाला नहीं हैं। हम आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं।
दो दिन पूर्व जबरन पुतवा दिया था मुख्यद्वार
दो दिन पूर्व नगर पंचायत ने जबरन मुख्यद्वार पुतवा दिया था। दशकों से यहां विद्यालय की चारदीवारी और मुख्यद्वार थी जिसपर अकबरपुर इंटर कालेज का नाम दर्ज था। दो दिन पूर्व नगर पंचायत कर्मियों ने विद्यालय बंद होने के चलते मौका पाकर मुख्य द्वार पोत उसपर प्रस्तावित चिल्ड्रेन पार्क लिख दिया था। इसपर बुधवार को प्रधानाचार्य भारत सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र देकर पार्क निर्माण प्रस्ताव निरस्त करने की मांग की थी। ज्ञापन दिए एक दिन भी नहीं बीता था कि गुरुवार को नगर पंचायत अध्यक्ष पति बुलडोजर लेकर पहुंच गए और चारदीवारी गिरा दी।
एफआईआर कराएंगे दर्ज, आंदोलन की चेतावनी
प्रधानाचार्य भारत सिंह ने कहा कि इस मामले में नगर पंचायत के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही कॉलेज प्रबंधन ने इस कार्रवाई के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन की भी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि विद्यालय की संपत्ति को नुकसान पहुँचाना कानूनन अपराध है और इसका कानूनी जवाब दिया जाएगा।